पूर्व वायुसेना अफसर ने डाली 36 सौ आरटीआई अर्जियां

नई दिल्ली। वायुसेना के एक पूर्व अधिकारी ने केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) के नाक में दम कर रखा है। खुद को व्हिसिल ब्लोअर बताने वाले मोहाली के पूर्व वायुसेना अफसर संजीव शर्मा ने सूचना का अधिकार कानून के तहत सीआईसी में 3,588 अर्जियां दाखिल कर विभिन्न मसलों से जुड़ी जानकारियां मांगी हैं।
सूचना आयोग अब संजीव शर्मा की अर्जियों को समूह में बांट कर उसपर सुनवाई करने पर विचार कर रहा है। आयोग ने एक ही सवाल बार-बार पूछने की समस्या से निजात पाने के लिए कानूनी प्रावधान बनाने की जरूरत भी बताई है। सूत्रों के मुताबिक एक व्यक्ति को तो सिर्फ शर्मा की अर्जियों के लिफाफे को खोलने में लगाया गया है। वायुसेना के पूर्व अधिकारी ने अपने विभाग के खिलाफ छह हजार आरटीआई दायर करने का दावा किया है।
मुख्य सूचना आयुक्त विजय शर्मा ने कहा, "15 जुलाई 2015 से पूर्व अधिकारी की अर्जियों पर सुनवाई शुरू की गई है। इस अवधि तक उन्होंने सीआइसी में 3,588 अर्जियां दाखिल की थी। उन्होंने प्रतिवादी (वायुसेना) पर नाइंसाफी का आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगाई है।"
मुख्य सूचना आयुक्त के मुताबिक संजीव शर्मा का कहना है कि वायुसेना के 24 वर्षों की सेवा में उन्होंने भ्रष्टाचार और वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा की जाने वाली वित्तीय अनियमितता के खिलाफ संघर्ष किया। इसके चलते अधिकारी को इस हद तक अपमानित किया गया कि उन्हें सुसाइड नोट तक लिखना पड़ा गया था। वहीं, वायुसेना का कहना है कि आवेदक की 137 अर्जियों का जवाब दिया जा चुका है। संजीव पर व्यर्थ के सवाल पूछने का भी आरोप लगाया गया है। पूर्व अधिकारी ने पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में भी आठ सौ से ज्यादा आरटीआइ अर्जी दाखिल करने का दावा किया है।
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