आरटीआई कार्यकर्ता गुरुप्रसाद की हत्या

बहराइच : शनिवार की भोर में हरदी थाना क्षेत्र के हरदीगौरा निवासी आरटीआइ कार्यकर्ता 42 वर्षीय गुरुप्रसाद शुक्ल को गांव के प्रधान ने अपने भाइयों व बेटे संग घर से अपहरण कर पास खड़हरनुमा मकान में ले जाकर नृशंसतापूर्वक उस पर गड़ासे से ताबड़तोड़ हमले किए और मृत समझकर फरार हो गए। उसके अपहरण का विरोध करने पर महिलाओं और बच्चों को चारपाई से बांध कर पीटा गया। गंभीर रूप से घायल गुरुप्रसाद को सुबह 6.40 बजे सुबह भर्ती कराया गया, जहां उसने दमतोड़ दिया। मृतक आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता था। सूचना पाकर पुलिस अधीक्षक नेहा पाडेय जिला अस्पताल पहुंची। उन्होंने मामले में मातहत अमले को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।

        महसी संवादसूत्र के मुताबिक भोर में ग्राम प्रधान त्रिलोकी अपने भाइयों घनश्याम व विजयशंकर पुत्रगण त्रिभुवन, बेटों सुशील, नीरज, नरेंद्र के साथ धारदार हथियारों, लाठी-डंडों से लैस होकर गुरुप्रसाद के घर पहुंचे और जनसूचना की कार्रवाई रोकने की बात कही। मना करने पर गुरुपसाद को मारते हुए ले जाने लगे। घर में मौजूद महिलाओं ने विरोध किया तो उनको चारपाई में बांध कर पीटा गया। पिटाई में पत्नी बृजरानी, सुमन बेटी ¨रका, पुत्र विजय को भी काफी चोटें आईं। इसके बाद गुरुप्रसाद को जबरिया बगल के ही एक खण्डहरनुमा मकान में ले गए, जहां सरेआम धारदार हथियार से नृशंसतापूर्वक हत्या कर दी। हत्या के दौरान शव के कई टुकड़े कर दिए। वारदात को अंजाम देने के बाद हत्यारे मौके से फरार हो गए। इस घटना में पत्नी बृजरानी की तहरीर पर छह लोगों के खिलाफ हत्या व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
भ्रष्टाचार का विरोध बना हत्या का कारण
-मृतक के परिवारीजनों ने बताया कि गुरुप्रसाद पुत्र रामदेव शुक्ल ने बीते दिनों ग्राम पंचायत के विकास कार्यो की जानकारी जनसूचना अधिकार अधिनियम के तहत मांगी थी। सूचना न मिलने पर वह कलेक्ट्रेट में अनशन स्थल पर तकरीबन डेढ़ माह दिनों तक धरने पर बैठा रहा। मामले की जांच के लिए जिला पंचायतराज अधिकारी ने तीन सदस्यों की टीम गठित की थी, जिसके बाद पंचायत कार्यो में घोटाले का खुलासा हुआ था। इसी बात को लेकर ग्राम प्रधान त्रिलोकी रंजिश रखने लगा।
आप ने किया प्रदर्शन, कल आएंगे संजय सिंह
बर्बरतापूर्वक मौत के घाट उतारा गया गुरुप्रसाद आप का महसी ब्लॉक संयोजक था। हत्या की खबर सुनते ही जिला अस्पताल पहुंचे आप नेताओं ने पुलिस व प्रशासन की लापरवाह कार्यशैली को हत्या की वजह बताते हुए जिला संयोजक संतोष कुमारी रस्तोगी की अगुवाई पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों में दीपक श्रीवास्तव, सईद खान, आजाद खान, राघवेंद्र प्रताप ¨सह, अधिकार श्रीवास्तव, योगेंद्र यादव, दुर्गेश मिश्र, नर¨सह नारायण, सचिन गुप्त, रामबूझ, सतीश वर्मा, प्रदीप ¨सह, जकीउल्ला, राजन श्रीवास्तव, मुकेश अग्रवाल शामिल रहे। इस घटना की जानकारी आप के उत्तर प्रदेश प्रभारी एवं प्रवक्ता संजय ¨सह को प्रांतीय संयोजक अविनाश त्रिपाठी ने दी है। आप के अवध जोन प्रवक्ता सभाजीत ¨सह ने 'दूरभाष' पर बताया कि मामले से पार्टी नेतृत्व को अवगत करा दिया गया है। उन्होंने बताया कि 15 जून को प्रवक्ता संजय ¨सह मृतक के घर जाएंगे और 16 जून को पार्टी सभी जिला मुख्यालयों पर धरना देकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करेगी।
संदेह के घेरे में थानाध्यक्ष की भूमिका
-मृतक के पारिवारीजनों ने मामले में थानाध्यक्ष पर पैस लेकर हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया है। उनका आरोप है कि जान से मारने की धमकी मिलने के बाद गुरुप्रसाद ने शिकायती पत्र दिया था, इसके बावजूद पुलिस ने कार्रवाई तो दूर उसे ही थाने से भगा दिया था। परिवारीजनों का कहना है कि वारदात के समय थानाध्यक्ष को फोनकर हमले की सूचना दी गई, लेकिन उन्होंने पूरी स नकर 'मोबाइल' रख दिया।
                     स्रोत- दैनिक जागरण

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